INDIA TEAM HEAD COACH GAUTAM GAMBHIR IS SEEMINGLY AT CROSSROADS WITH THE BCCI WHEN IT COMES TO SELECTION OF THE TEAM AND THE STRATEGY WITH WHICH THE TEAM PLAYS. IN AN EXPLOSIVE REPORT, IT HAS BEEN REVEALED THAT GAMBHIR WAS FURIOUS WITH THE WAY HIS SIDE PLAYED AS THEY SLUMPED TO DEFEAT ON 5TH DAY OF THE 4TH TEST MATCH OF THE BORDER GAVASKAR TROPHY IN MELBOURNE. THE REPORT ALSO STATES THAT GAMBHIR HAS BATTED HARD FOR THE RE-INCLUSION OF TEST SPECIALIST CHETESHWAR PUJARA FOR THE AUSTRAILIA TOUR.
THE REPORT ŚTATES THAT GAMBHIR HAD REQUESTED THE SELECTION OF PUJARA ON MULTIPLE OCCASIONS AHEAD OF THE FIRST TEST MATCH AGAINST TEAM AUSTRAILIA IN PERTH. HOWEVER HIS REQUEST WAS IGNORED BY THE SELECTION COMMITTEE LED BY AJIT AGARKAR. EVEN AFTER INDIATEAM HAD WON THE PERTH TEST MATCH GAMBHIR WAS REPORTEDLY ASKING FOR PUJARA INCLUSION.
PUJARA IS A VETERAN OF 103 TEST MATCHES AT AN AVERAGE OF 43.60 AND PLAYED A STARRING ROLE IN INDIA TEAM PREVIOUS TWO VICTORIES IN AUSTRAILIA BUT HAS NOT REPRESENTED INDIA SINCE THE WORLD TEST CHAMPIONSHIP (WTC) FINAL IN YEAR 2023.
MORE ISSUES HAVE ALSO SURROUNDED GAMBHIR TENURE. THE FORMER KOLKATA KNIGHT RIDERS MENTOR HAS REPORTEDLY NOT SEEN EYE TO EYE WITH THE SELECTORS AND CAPTAIN WHEN IT COMES TO DECIDING THE PLAYING 11 FOR THE AUSTRAILIA SERIES. IN PARTICULAR GAMBHIR DECISION TO GO WITH HARSHIT RANA AND WASHINGTON SUNDAR WERE REPORTEDLY NOT UNANIMOUS WITHIN THE INDIAN DRESSING ROOM.
GAMBHIR HAS ALSO REPORTEDLY EXPRESSED FRUSTRATION IN THE WAY THE PLAYERS HAVE FAILED TO EXECUTE PLAN ON THE FIELD.
भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर टीम के चयन और टीम की रणनीति को लेकर बीसीसीआई से असहमत नजर आ रहे हैं। एक विस्फोटक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि गंभीर अपनी टीम के प्रदर्शन से काफी नाराज हैं। मेलबर्न में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट मैच के पांचवें दिन टीम को हार का सामना करना पड़ा। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि गंभीर ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टेस्ट विशेषज्ञ चेतेश्वर पुजारा को फिर से टीम में शामिल करने के लिए कड़ी मेहनत की है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि गंभीर ने पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट मैच से पहले कई मौकों पर पुजारा के चयन का अनुरोध किया था। हालांकि अजीत अगरकर की अगुआई वाली चयन समिति ने उनके अनुरोध को नजरअंदाज कर दिया। यहां तक कि भारतीय टीम के पर्थ टेस्ट मैच जीतने के बाद भी गंभीर कथित तौर पर पुजारा को टीम में शामिल करने की मांग कर रहे थे।
पुजारा 43.60 की औसत से 103 टेस्ट मैच खेल चुके हैं और उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम की पिछली दो जीत में अहम भूमिका निभाई थी, लेकिन वर्ष 2023 में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के बाद से उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व नहीं किया है।
गंभीर के कार्यकाल को लेकर और भी कई मुद्दे हैं। कोलकाता नाइट राइडर्स के पूर्व मेंटर ने कथित तौर पर ऑस्ट्रेलिया सीरीज के लिए प्लेइंग 11 तय करने के मामले में चयनकर्ताओं और कप्तान से सहमति नहीं जताई है। खास तौर पर हर्षित राणा और वाशिंगटन सुंदर के साथ जाने का गंभीर का फैसला कथित तौर पर भारतीय ड्रेसिंग रूम में सर्वसम्मति से नहीं लिया गया।
गंभीर ने कथित तौर पर इस बात पर भी निराशा व्यक्त की है कि खिलाड़ी मैदान पर योजना को लागू करने में विफल रहे हैं।